माफ़ी
Mafi
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एक बार एक गांव था उस गांव में एक सियाराम नाम का आदमी अपनी बीबी और अपने दो बच्चो के साथ रहता था। उसकी बीबी का नाम कमली था और उसके दोनों बेटे का नाम चल और अचल था। और चल अचल हमेसा एक ही साथ में रहते थे और कही भी जाना होता था तो वो दोनों साथ में जाते थे। और उन दोनों भाई में इतना प्रेम था की वो दोनों एक दूसरे के बिना कभी नहीं रह पाते थे। चल बहुत ही सीधा साधा लड़का था लेकिन अचल एक चंचल लड़का था। एक दिन की बात दोनों भाई कही खेलने गए थे तभी उस गांव के लडके से झगड़ा हो जाता है। जिससे दोनों में मारी पीटा चालू हो जाता है। तब चल समझाता है की अचल भाई उसे छोड़ दो झगड़ा में क्या रखा है यहां पर सब लोग खाली हाथ आते है और यहां और एक दूसरे से लड़ते है और फिर अंत में खाली हाथ वापस चले जाते है। तुम जब तक इस दुनिया में अच्छे से रहो सबसे मिल मिला के ताकि कोई ये न कहे की फलाना का बेटा बहुत ही ख़राब है वो हर किसी से झगड़ा करता रहता है। इतना बात सुन कर दोनों उसके पैर पर गिर गए और उससे माफ़ी मांगने लगे।
और फिर एक दिन दोनों भाई बड़े हो गए और जब उसकी जवानी आ जाती है। तब उनके साथ एक बहुत ही बड़ी घटना होती है। एक दिन चल का शादी तय हो जाता है और शादी के दिन ही चल की माँ दुनिया को छोड़ कर चली जाती है और इस हादसा को चल बर्दास नहीं कर पाया और जब ये उसके ससुराल वालो को पता चला तब उसकी शादी भी टूट जाती है। और दोनों भाई रोते रोते अपनी माँ की शव को लेके समसान घाट ले जाते है। फिर उनका अंतिम संस्कार किये फिर दोनों भाई और गांव वाले फिर अपने अपने घर आते है। अब ये दोनों अपनी माँ की याद में खाना पीना सब कुछ छोड़ दिए थे। तब उसके पिता उन दोनों को समझाने की कोशिश करते है लेकिन वो दोनों उनकी बात नहीं मानते है। और ये सब देख कर सियाराम भी रोने लगता और कहता की हाय राम ये सब क्या हो गया इतना ये दोनों खुश रहते थे लेकिन इनकी माँ के जाने के बाद अब खाना भी नहीं खा रहे है। फिर किसी तरह ये सब बीत गया और सब लोग पुरानी बाते भुलाने लगे और फिर पहले जैसा कुछ ठीक होने लगा।
लेकिन चल और अचल पहले जैसे साथ में नहीं रहते अब ये दोनों एक दूसरे से दूर दूर रहने लगे। और सियाराम भी घर छोड़ कर कही बाहर कमाने चले गए उसके बाद चल भी घर छोड़ कर कही बाहर कमाने चला गया और फिर कुछ दिन बाद अचल भी घर छोड़ कर चला गया अब घर पर कोई नहीं था घर एकदम बिराना हो गया था। और तीनो तीन जगह पर जाके रहने लगे। उसका बाप किसी शहर में चला गया और चल जंगल में चला गया और वहा पर लकड़ी काटने का काम करने लगा और अचल एक बनिए के घर काम करने लगा। और ऐसे ही तीनो तीन जगह रहने लगे।
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एक दिन अचानक सियाराम एक सपना देखता है जिसमे उसकी पत्नी आत्मा के रूप में आ के कहती है की सियाराम जी सियाराम जी आप अपना घर छोड़ कर क्यों चले आये मेरे न होने से आप उस घर को बिलकुल खाली कर दिए और चल अचल भी छोड़ दिए आखिर परिवार बनाना है की नहीं आप लोग दूर रह रह कर मेरी आत्मा को दुःख दे रहे हो अगर आप मेरे नहीं होने पर भी आप घर को सम्हाल लेते तो मई बहुत ही खुश होती और एक मेरे न रहने से बेटे भी बिछड़ गए आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। और देखिये अभी भी समय है आप अपने घर को बनाना चाहो तो वो दुबारा बन सकता है। और अपनी पत्नी की बात को सुन कर सियाराम उसी दिन शहर छोड़ कर वापस अपने गांव आ जाते है। और फिर गांव के दो आदमी को भेज कर अपने बेटे को बुलाने के लिए भेज दिए। और जब ये बात चल अचल को पता चल की उनके पिता जी शहर से वापस आ गए है तो वो दोनों भाई भी अपने घर वापस आ गए। और अपने पिता जी के पैर पकड़ कर रोने लगे और कहने लगे की आप हमें क्यों छोड़ कर चले गए आप के चले जाने के बाद हमें भी काम के लिए बाहर जाना पड़ा इतना बात सुन कर सियाराम भी रोने लगे और अपने बेटो को गले से लगा लिए।
फिर कुछ दिन बाद सियाराम अपने बड़े बेटे की शादी उसी गांव के मुखिया की बेटी से कर दिया और चल की पत्नी आई गई और घर का सारा हिसाब और घर को सम्हालने लगी फिर सभी लोग पहले जैसे ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे। फिर कुछ दिन बाद चल को पुत्र की प्राप्ति होती है जिससे घर में और भी खुशिया आ जाती है और सब लोग हसी ख़ुशी जीवन जी रहे थे। तभी कुछ दिन बाद घर में थोरी सी पैसे की तंगी आ जाती है। और अभी तक अचल की शादी भी नहीं हुई थी। और चल भी अपने परिवार और खेती में बिजी हो जाता हैऔर अचल को सब लोग भुलाने लगते है की उसकी भी शादी करनी है। फिर एक दिन अचल शहर चला जाता है की पैसे कमाने के लिए और जाके पैसा कमाने लगता है और पैसा कमा कर घर भेजने लगता है जिससे घर का कंडीसन में सुधार होने लगा।
फिर एक दिन अचानक अचल जिस कंपनी में जॉब करता है उसी कंपनी में के लड़की आती है काम करने के लिए और वह लड़की बहुत ही सुन्दर थी जिसको देख कर अचल को उससे प्यार हो जाता है और वो उससे प्यार करने लगता है। और फिर कुछ दिन बाद उसको वो प्रोपोस कर देता है जिससे लड़की भी उसको अपना बना लेती है और उन दोनों में प्यार हो जाता है। फिर कुछ दिन बाद वो दोनों शादी कर लेते है और शादी करने के बाद अचल उसे अपने गांव लेके आ जाता है। तो जब उसके पिता जी देखते है की अचल किसी लड़की से शादी कर के उसको लेके आया है तो तो उसके पता जी उसे अपनाते नहीं है और बोलते है की मई इसको अपने घर में नहीं रहने दूंगा चले जावो मेरे घर से। तभी उनकी बड़ी बहु बोलती है पिता जी अब जो हो गया सो हो गया अब इसमें इस लड़की की क्या गलती है जाने दीजिये आने दीजिये घर में दोनों लोग को तब उसके पिता जी बोलते है की ठीक है दोनों को एक रूम देदो और बोलो की उसी में रहे। और दोनों एक रूम में रहने लगते है और उधर चल और सियाराम और उसकी पत्नी एक साथ रहते है।
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फिर एक दिन सियाराम का भी तबियत ख़राब हो गया जिसको लेके चल ने शहर के डॉ से दिखाया और कुछ दिन तक दवा चला फिर एक दिन अचानक सुबह में सियाराम का भी दुनिया छोड़ दिया । फिर दोनों भाई उनका अंतिम संस्कार किये और कुछ दिन बाद दोनों ने जमीन का बटवारा करना सुरु कर दिया और उन दोनों एक दूसरे के प्रति बहुत ही जलन होने लगी वो दोनों रोज अपने में झगड़ने लगे और गांव वाले भी उन दोनों को एक दूसरे के प्रति भड़काने लगे जिससे उन दोनों में और झगड़ा होने लगा और इसी तरह एक दिन उन दोनों में बहुत ही भयनकर मार हो जाता है और इस झगड़े में उन दोनों का सर फट जाता है फिर कुछ दिन बाद चल सोचता है की मेरा भाई अब मेरा नहीं रहा अब वो मेरा दुश्मन हो गया है अब मै क्या करु और फिर सोचता है की अब मै इस जमीन को बेच कर किसी शहर में चला जाऊंगा और एहि बात एक दिन अचल भी सोचता है की मेरे भाई अब मेरा ही दुश्मन हो गया है अब माँ इस जमीन को बेच कर किसी शहर में चला जाऊंगा।
फिर अचल अपने जमीन को बेच देता है और शहर चला जाता है और वहा पर एक किराये का मकान ले लेता है और वही पर अपने जीवन बसन करता है कुछ दिन। फिर ऐसे ही जीवन यापन कर रहा होता है लेकिन होनी को कौन टाल सकता है और एक दिन अचल की पत्नी जो थी वो थोड़ा चंचल टाइप की थी और वो एक दिन एक दूध वाले के साथ भाग जाती है। जिसके बाद अचल उसे बहुत ढूढता है लेकिन वो नहीं मिलती है फिर अचल हार मान कर अपने रूम पर आता है फिर कुछ दिन रहता है और वो बहुत ही ज्यादा टेंशन में था जिससे उसने कोई काम और रूम का किराया भी ज्यादा हो गया तो उसने किसी से कर्जा लेके रूम का किराया भरता है। और फिर अपने गांव वापस आता है तो देखता है की उसका बड़ा भाई चल गांव में ही खेती किसानी कर के बहुत ही बड़ा आदमी बन गया है। और सोचता है की मै तो शहर गया और प्यार के चक्कर में पड़ के शादी किया और वो भी छोड़ कर चली गई मै तो पूरा बर्बाद हो गया। और फिर वो अपने भाई के पैर में जाके गिर जाता है और उससे माफ़ी मांगने लगता है उसके बाद चल उसे माफ़ कर देता है और दोनों फिर एक साथ रहने लगते है
लेखक :- अर्जुन आइना
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