पुजारी बना गैंगस्टर

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Pujari Bana Gangster

बहुत समय पहले की बात है एक गांव था और उस गांव में एक पंडु नाम का एक लड़का रहता था। पंडु भगवान हनुमान जी बहुत बड़ा पुजारी था और उसका मन बहुत ही साफ थे जिस वजह से हनुमान जी का भी उस पर दया बरसता रहता था। और पंडु इतना बड़ा पुजारी था की वह जिसको जो बोल देता वह हो जाता उसके साथ । इसी तरह एक दिन वह गांव में बैठा था तभी वहा से एक लड़का जा रहा था तो पंडु ने कहा की तुम अभी आगे जाके गिर जावोगे। और हुआ भी ऐसा ही जैसे ही वह लड़का कुछ दूर गया वह सायकिल से निचे गिर गया। और एक दिन एक औरत अपने सर पे दही लेके कही जा रही थी। तभी पंडु बोला की की तुम्हारी दही अभी एक बन्दर लेके भाग जायेगा। और हुआ भी एकदम वैसा ही जैसे ही वह औरत एक पेड़ के निचे से गुजारी तभी एक बन्दर उसका दही लेके भाग गया। अब वह औरत पंडु को गाली देते हुए वह से चली गई। अब धिरे धिरे लोग पंडु के पास आना जाना और उससे दोस्त तक उसे छोड़ने लगे और पंडु अब अकेले रहने लगा। तभी एक दिन शाम को सब लोग एक पेड़ के निचे बैठे थे तो पंडु बोला की आज रात में चोरी होगी गांव में। अब उसकी बात को सुन कर सब लोग अपने अपने घर चले गए। और जैसे रात हुआ तो बहुत सारे चोर आये और गांव में चोरी की और चले गए। जब वो सब चले गए और सुबह हुआ तो सब लोग मिल कर पंडु के घर गए और बोले की तुमने ही चोरी कराइ है हम लोग तुमको जिन्दा नहीं छोड़ेंगे। और फिर सब लोग उसे मारने लगे और मार मार कर गांव से बाहर भगा दिए।

और जब गांव वाले उसे भगा दिए तब वह एक पास के गांव में चला गया जिस गांव का नाम था भीमनपुर और उस गांव के बगल से एक नदी बहती थी और उस नदी के पास में एक मंदिर था। तो पंडु वही पर जाके उस मंदिर में रहने लगा और वह पर अपना पूजा पाठ करने लगा। और धिरे धिरे वह एक पुजारी बन गया। और एक दिन जब वह भीमनपुर में भीख मांगने गया था। तो देखा की एक जगह पर बहुत लोग किसी चीज को घेर कर खड़े है। तब पंडु सोचा की चलो पास से जा के देखते है क्या हुआ है। और फिर वह जब भीड़ के पास गया तो देखा की एक छोटा सा लड़का निचे लेटा हुआ है और बहुत लोग रो रहे है। तब पंडु ने पूछा की क्या हुआ है क्यों रो रहे है ये लोग। तभी एक आदमी ने बताया की इस लडके को सांप ने काट लिया है जिस वजह से यह मर गया है। फिर पंडु ने बोला की आप सब लोग साइड में खड़े हो जावो मै इसको ठीक करने की कोशिश करता हु। फिर सभी लोग साइड हो गए और पंडु ने अपने झोले से कुछ भभूत निकाला और जहा पर सांप ने काटा था । वही पर लगा दिया। और जैसे वह भभूत लगाया तब जो बच्चा सोये था वह उठ कर बैठ गया अब उसको इस हाल में देख कर उसके माता पिता उसकी पैर में गिर गए और रोने लगे और फिर बोले की आप मेरे लिए भगवान है। आप ने मेरे बच्चे की जान बचाई है। और फिर सभी गांव वाले पंडु के पैर में गिर जाते है। और पुजारी बाबा की जय हो का नारा लगाने लगते है।

फिर उसी दिन पंडु के पास रोज लोग आने लगे और कभी अपना हाथ दिखाते तो कभी अपना कोई कारन बताते और फिर पंडु पुजारी उनका हर एक समस्या का हल देता और लोग उससे बहुत खुश होते। और इसी तरह चल रहा था तभी कुछ दिन बाद उस गांव में सूखा पड़ जाता है किसी का कोई भी फसल नहीं हुआ। सब लोग एकदम परेशान हो गए। और परेशान होक पुजारी के पास पहुंचे और जाके अपनी सारी समस्या को बताते है। तब पुजारी जी बोलते है की तुम लोग एक काम करो जंगल के रास्ते एक जाल लगावो। फिर उसी रात उस जंगल के रास्ते कुछ चोर बहुत सारा धन चोरी करके अपने घर की ओर जा रहे थे। और जैसे ही वह उस जाल के पास पहुंचे तभी वहा पर कुछ कुत्ते थे जो उन सब को देख कर भोकने लगे। और डर के मारे वहा से भागे और जब भागे तभी वह जाके उस जाल में फस गए। और फिर गांव वालो ने उन सब चोर को पकड़ लिया। और उनका पूरा सामान छीन लेते है और चोर सब को मार के वहा से भगा दिया जाता है और जो धन था वह सबके घर में बराबर बराबर बाट दिया जाता है जिससे अब सके पास धन हो जाता है। और फिर पंडु की बात सच हो जाती है।

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और कुछ ही दिन में अब पंडु भी बहुत आमिर हो जाता है उस मंदिर में रहते रहते। और अब उसका भी मन भगवन की भगति में कम और पैसा में ज्यादा लगने लगता है। और अब वह भी लालची हो गया था। फिर एक रोज उस गांव में एक लड़की आती है जिस लड़की का नाम मुन्नी था मुन्नी अपने मामा के घर आई थी दिवाली मानाने। और एक दिन वह उसी मंदिर पर जाती है पूजा करने जहा पर पंडु पुजारी रहता था। और जैसे ही पंडु उसको देखता है लड़की भी उसको देखती है दोनों में नैनाचार हो जाता है। और वह दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगते है। फिर मुन्नी अब रोज सुबह सुबह पूजा करने उस मंदिर पर जाने लगी और पंडु को देखती थी बहुत ही प्यार से। फिर एक दिन दोनों ने एक दूसरे से प्यार का इजहार कर दिया और दोनों में प्यार हो गया। और अब मुन्नी सुबह और शाम दोनों समय पूजा करने के बहाने पंडु से मिलने लगी। इसी तरह रोज रोज मिलने लगी और एक दिन जब शाम को सब लोग अपने अपने घर चले गए तब उसके बाद अब मुन्नी और पंडु बस दो लोग ही बचे थे मंदिर में। और वो दोनों एक दूसरे को अकेले पाके अपने में प्यार करने लगे। और उस दिन से उन दोनों का रोज का ये हो गए था जब सब कोई चला जाता था अपने घर तो ये दोनों अपना काम शुरू कर देते।

फिर एक दिन जब सब लोग अपने अपने घर चले गए मंदिर से तब ये दोनों अपना काम जैसे ही शुरू किये तभी वहा पर एक आदमी आ जाता है और उन दोनों को एक साथ में देखा लेता है और जाके मुन्नी के घर वालो से कह देता है जिससे अब उसके मामा मामी और सब लोग इस बात को जान जाते है और फिर मुन्नी जब वापस घर आती है तो उससे पूछते है की तुम अभी तक कहा थी तब मुन्नी बताती है की मै मदिर पर थी वहा पर साफ सफाई कर रही थी। और इतना कह कर वह अपने रूम में चली जाती है। उसके बाद उसके मामा मामी को बहुत चिंता होने लगाती है मुन्नी की लेकिन कोई कुछ कहता नहीं है। फिर जब सुबह हुआ तो उसकी एक सहेली थी जो उसके साथ में रहती थी वह उसके घर आई और उसको सारी बात बता दी की तुम्हारे घर वाले सब लोग जान गए है तुम्हारे और पंडु के बारे में तुम एक काम करो अब तुम पंडु से मिलना छोड़ दो नहीं तो तुम्हारे घर वाले उसे जान से मार देंगे इतना सुन कर मुन्नी एकदम डर जाती है और उस दिन से पंडु से मिलना एकदम बंद कर देती है। जब बहुत दिन तक मुन्नी पंडु से मिलने नहीं गई तो अब पंडु को सक होने लगा की मुन्नी क्यों नहीं आ रही है। फिर एक रात को वह एक लड़की का भेष बनाया और मुन्नी के घर चला गया। और जब मुन्नी के पास गया तो मुन्नी ने पूछा की आप क्यों आये है यह पर तब पंडु पूछता ही तुम मेरे से मिलने क्यों नहीं आ रही थी। मुझे लगा की तुम्हे कुछ हो गया है। इस लिए मै तुमको देखने के लिए आ गया। तब मुन्नी सारी बात बताती है। तब पंडु कहता है की चलो हम दोनों भाग कर शादी कर लेते है । तब मुन्नी बताती है की मेरी शादी पहले से ही किसी से तय है मै तो यहां पर बस घूमने आई थी और आप से प्यार हो गया लेकिन मै आप से शादी नहीं कर पाऊँगी आप भी मुझे भूल जाओ।

इतना सुन कर पंडु कहता है की नहीं तुम ऐसा नहीं कर सकती मै तुमसे बहुत प्यार करता हु मै तुमको किसी और से शादी नहीं करने दूंगा। देख लेना तुम मै कभी भी तुम्हे किसी और का नहीं होने दूंगा ये मेरा तुमसे वादा है याद रखना तुम। और इतना कह कर वह वहा से अपने मंदिर पर चला जाता है। अब मुन्नी और भी डर गई जब सुबह हुआ तो ये सारी बात अपनी मामी से बताई तब उसकी मामी ने उसके माँ के पास फ़ोन कर ये सारी बात बताई और फिर उसकी माँ उसको वहा से अपने घर वापस बुला लेती है। और फिर जब रात हुआ तो मुन्नी के मामा ने उसे उसके घर पंहुचा दिया और ये बात पंडु को नहीं पता था की। मुन्नी अपने घर चली गई है। और जब सुबह हुआ तो पंडु को पता चला की मुन्नी अपने घर चली गई है और उसका दस दिन में शादी है। इतना जानते ही पंडु गुस्से से पागल हो जाता है। और अपने पास में एक बन्दुक रखा था उसको और कुछ पैसा लेके मुन्नी के घर पहुंच जाता है। जिस दिन उसकी शादी थी उसी दिन वह उसके घर पहुँचता है। और जब देखता है की उसका शादी हो रहा है तब उसको और ज्यादा गुस्सा आता है और गुस्से में एकदम पागल हो जाता है। और वह वहा पर उसके भाई और उसके होने वाले पति दोनों का गोली मार कर हत्या कर देता है और फिर मुन्नी को लेके वहा से एक जंगल में चला जाता है।

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और जब वह जंगल में गया तो उसके साथ दस लोग और भी थे जो उसकी देखभाल के लिए थे और मुन्नी का भी देख भाल के लिए थे। लेकिन मुन्नी अब पंडु से नफ़रत करने लगी जब से उसने उसके भाई और पति को जान से मारा था। अब वह उससे बदला लेना चाहती थी लेकिन उसे कोई मौका नहीं मिल रहा था। और पंडु अब उससे बस जोर जबरजस्ती करने लगा जिससे मुन्नी के अंदर और नफ़रत होने लगी उससे। पंडु पुजारी के गैंग में ही एक सूर्यमन नाम का एक गुंडा था जो सबसे ज्यादा ताकतवर था। अब मुन्नी ने एक पलान बनाया और वह सूर्यमन से बात करने लगी और अपने दिल का दर्द उसे बताने लगी जिससे सूर्यमन को मुन्नी से प्यार होने लगा और अब वह दोनों पंडु को मारने का प्लान बनाने लगे। और एक दिन उन दोनों ने मिल कर एक प्लान बनाया और दोनों ने मिल कर एक गढ़ा खोदा और फिर उसके ऊपर से घास फर्श रह दिया जिससे वह दिख नहीं रहा था और जैसे ही शाम हुआ सूर्यमन ने जोर से चिल्लाया की साहब पुलिस आ गई है आप उधर से भाग जाओ और जैसे ही वह भागा वह उस गड्ढे में जाके गिर गया और जब गिर गया तो मुन्नी ने गोली से मार दिया और उसे मरा हुआ समझ कर वहा से भाग गए और एक गांव में जाके रहने लगे।

और इधर पंडु भी मरा नहीं था और वह उन दोनों को ढूढने लगता है और बहुत दिन तक ढूढ़ता है लेकिन वह दोनों नहीं मिलते है फिर एक दिन जब वह अपने घर में सोया था तभी उसका एक आदमी आता है और बताता है की साहब वह दोनों अहीरपुर गांव में जाके छुपे है और वही पर रह रहे है। इतना सुने ही पंडु अपनी पूरी सेना को लेके वहा पर पहुंच जाता है और देखता है दोनों एक दूसरे के पास में बैठ कर खाना कहा रहे है। तब मुन्नी देखती है की पंडु तो अभी जिन्दा है और देख कर उसे डर जाती है। फिर पंडु पूछता है की तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया तब मुन्नी बोलती है ऐसी कोई भी लड़की नहीं होगी जिसके सामने उसके भाई और उसके होने वाले पति की हत्या हो गई हो और वह लड़की उसी हत्यारे से प्यार करे। और मैंने इसी लिए तुमको मारने की कोशिश की लेकिन तुम बच गए। तब पंडु बोलता है की मै तो बच गया लेकिन मै तुम्हे नहीं छोडूंगा और तुम दोनों को मार दूंगा। तब मुन्नी बोलती ही की तुम मुझे मार सकते हो लेकिन मेरे साथ अपना जीवन नहीं बिता सकते और इतना सुनते ही पंडु उन दोनों को पुरे गांव के सामने गोली मार देता है और वह दोनों वही पर मर जाते है। और फिर पंडु अपने आप को पुलिस के हवाले कर देता है। और इस तरह पंडु पुजारी एक आम आदमी से एक गैंगस्टर बन जाता है।

लेखक:- अर्जुन आइना

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